राजस्थान करंट अफेयर्स - 27 July 2020 (हिंदी)

15वें वित्त आयोग के अंतर्गत राजस्थान को प्राप्त पंचायती राज अनुदान में से कितना प्रतिशत केवल स्वच्छता एवं पेयजल तथा जल संरक्षण हेतु खर्च किया जाएगा

20% राशि
25% राशि
40% राशि
50% राशि

15वें वित्त आयोग के अंतर्गत राजस्थान को कुल मिलाकर 3862 करोड़ पंचायती राज के लिए अनुदान प्राप्त होगा जिसमें से हाल ही में 1930 करोड़ रुपए अनुदान राज्य को दे दिया गया है।
आयोग की सिफारिश पर यह राशि राजस्थान को दो किस्तों में दी गई है।
प्रदेश में यह राशि 2 बराबर हिस्सों में मूल अनुदान यानी अनडाइड फंड और टाइड ग्रांट के रूप में प्राप्त होगी।
केंद्र की शर्त के अनुसार टाइड ग्रांट के 50% हिस्से को स्वच्छता और खुले में शौच मुक्ति और दूसरी श्रेणी में पेयजल आपूर्ति जल संचयन और पुनर्चक्रण के कार्यों पर ही खर्च किया जा सकेगा।
इस प्रकार से कुल मिलने वाले 3862 करोड रुपए में से 965 करोड रुपए केवल मात्र स्वच्छता एवं जल संरक्षण के कार्यों में ही खर्च किए जा सकेंगे जो कुल राशि का 25% है।
प्रदेश में वर्तमान में 11341 ग्राम पंचायत, 352 पंचायत समितियां एवं 33 जिला परिषद है।


भारतीय रेलवे द्वारा अपने सभी डिब्बों में आरएफआईडी टैग लगाने के लिए कब तक का लक्ष्य रखा गया है-

मार्च 2021
दिसंबर 2021
मार्च 2022
दिसंबर 2022

भारतीय रेलवे दिसंबर 2022 तक सभी रेल डिब्बों में रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टैग यानी कि आरएफआईडी लगाने की प्रक्रिया पूरी कर लेगी। इस टैग के जरिए रेल डिब्बे जहां कहीं भी हों उनका पता लगाया जा सकता है।
अब तक 23000 रेल डिब्बों में आरएफआईडी टैग लगाए जा चुके हैं। यह काम अभी भी जारी है। हालांकि कोविड महामारी के कारण कुछ समय के लिए यह काम धीमा पड़ गया है। सरकार ने भारतीय रेलवे के सभी डिब्बों में आरएफआईडी टैग लगाने के लिए दिसंबर 2022 तक की समय सीमा तय की है।
वर्तमान में भारतीय रेलवे अपने सभी रेल डिब्बों की जानकारी लिखित रूप में रखती है जिसमें त्रुटियों की काफी गुंजाइश बनी रहती है। ऐसे में रेलवे के लिए आरएफआईडी टैग से अपने सभी डिब्बों और इंजनों की सही स्थिति जानना आसान हो जाएगा
रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड्स का उपयोग ऑब्जेक्ट्स से जुड़े टैग्स को स्वचालित रूप से पहचानने और ट्रैक करने के लिए करती है।
एक RFID टैग में एक छोटा रेडियो ट्रांसपोंडर , एक रेडियो रिसीवर और ट्रांसमीटर होता है। जब पास के आरएफआईडी रीडर डिवाइस से एक विद्युत चुम्बकीय संकेत ट्रिगर किया जाता है, तो टैग डिजिटल डेटा, आमतौर पर एक पहचान सूची नंबर, को रीडर डिवाइस भेज देता है।

ट्राईफेड द्वारा उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत निम्नलिखित में से किस आईआईटी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं-

आईआईटी जोधपुर
आईआईटी दिल्ली
आईआईटी कानपुर
आईआईटी मुंबई

ट्राइफेड ने उन्नत भारत अभियान (यूबीए) के लिए आईआईटी, दिल्ली के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए
ट्राइफेड के वन धन कार्यक्रम के अंतर्गत, जनजातीय उद्यमियों को अब उन्नत भारत अभियान (यूबीए) के अंतर्गत 2600 से अधिक शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों के पूरे नेटवर्क की विशेषज्ञता प्राप्त हो सकेगी।
यह एमओयू आदिवासियों को नई प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी, उत्पाद नवाचार, मेंटरशिप और परिवर्तनकारी डिजिटल प्रणाली से अवगत कराएगा
ट्राइफेड द्वारा वन-आधारित जनजातीय संग्रहकर्ताओं के लिए चिरस्थायी आजीविका के निर्माण को सुगम बनाने के लिए, पूरे देश में लगभग 300 जनजातीय सदस्यों के लिए वन धन केंद्रों की स्थापना की जा रही है, जिससे कि अधिकतम मूल्य प्राप्ति के लिए मूल्यवर्धन, ब्रांडिंग और विपणन के लिए एक कार्यक्रम वन धन योजना (वीडीवाई) को कार्यान्वित किया जा सके।
वन धन योजना 14 अप्रैल, 2018 को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीजापुर, छत्तीसगढ़ में अम्बेडकर जयंती के महोत्सव के दौरान इस योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य गैर-लकड़ी के छोटे वन उत्पादन (MFP), वन की वास्तविक संपत्ति का उपयोग करके जनजातियों के लिए आजीविका उत्पादन करना है।
उन्नत भारत अभियान (यूबीए) ग्रामीण उत्थान के लिए राष्ट्रीय मिशन है जो ग्रामीण विकास प्रक्रियाओं में परिवर्तनकारी परिवर्तनों के दृष्टिकोण से प्रेरित है. उन्नत भारत अभियान एक मिशन की पहल है जिसे 11 नवंबर 2014 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली द्वारा समन्वित किया गया है।
आईआईटी दिल्ली ने बड़ी संख्या में नोडल संस्थानों (आईआईटी, एनआईटी, डीएसटी, डीबीटी, आईसीएआर, आईसीएमआर, एमजीआईआरआई सीएसआईआर प्रयोगशालाओं, इसरो, डीआरडीओ, बार्क और रक्षा प्रयोगशालाओं आदि), सामुदायिक संगठनों (गैर सरकारी संगठनों, पीआरआई और यूएलबी और अन्य सामुदायिक संगठनों), सीएसआर औद्योगिक जागरूक संगठनों के साथ एक मजबूत संरचनात्मक नेटवर्क तैयार किया है।

खेलो इंडिया युवा खेल कार्यक्रम के चौथे संस्करण का आयोजन 2021 में किस राज्य में किया जाएगा-

दिल्ली
केरल
हरियाणा
मध्य प्रदेश

चौथे खेलो इंडिया युवा खेलों की घोषणा करते हुए कहा कि यह खेल हरियाणा में आयोजित किए जाएंगे।
इन खेलों का आयोजन अगले वर्ष टोक्यो ओलंपिक के बाद होगा। ये खेल हरियाणा के पंचकूला में होंगे।
पिछले संस्करणों की तरह, इस बार भी, स्टार स्पोर्ट्स खेलो इंडिया युवा खेलों का आधिकारिक प्रसारण भागीदार होगा।
हरियाणा ने खेलो इंडिया युवा खेलों के तीनों संस्करणों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। यह राज्य 2019 और 2020 में (2020 में 200 पदकों और 2019 में 159 पदकों के साथ) दोनों वर्ष में दूसरे स्थान पर आए, वहीं 2018 में 102 पदक (38 स्वर्ण, 26 रजत, 38 कांस्य) जीता।
पहले खेलो इंडिया खेल नई दिल्ली में दूसरे पुणे में एवं तीसरे गुवाहाटी में इसी वर्ष आयोजित किए गए।

रेलवे द्वारा तैयार सबसे सर्वाधिक शक्तिशाली लोकोमोटिव इंजन WAG 12b कितने हॉर्स पावर का है-

9000 हॉर्स पावर
10000 हॉर्स पावर
11000 हॉर्स पावर
12000 हॉर्स पावर

उत्तर-पश्चिम रेलवे (NWR) में पहली बार देश का सबसे शक्तिशाली रेल इंजन (Rail Engine) पहुंचा।
इस इंजन का तकनीकी नाम विद्युत लोकोमोटिव (इंजन) है. इसे WAG-12B विद्युत लोकोमोटिव के नाम से भी जाना जाता है।
दुनिया के चुनिंदा देशों में इतने शक्तिशाली रेल इंजन का इस्तेमाल होता है. इसकी क्षमता 12 हजार हॉर्स पावर की है, जो आम रेल इंजन से बहुत ज्यादा है।
इस इंजन के जरिये भारी से भारी मालगाड़ी (Goods Train) को खींचने में आसानी होगी।
इस लोकोमोटिव का उत्पादन मेक इन इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री और ALSTOM प्राइवेट लिमिटेड ने मिलकर किया है. इस इंजन के साथ भारत 10 हजार से ज्यादा हॉर्स पावर की क्षमता वाले इंजन बनाने की तकनीक वाला दुनिया का 6वां देश बन गया है।
WAG-12B लोकोमोटिव एक 3 फेज इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव है, जिसमे ऊर्जा संरक्षण हेतु रिजेनरेटिव ब्रैकिंग प्रणाली का उपयोग किया गया है।