हाल ही में सूरत में देखी गईं बीमारी MIS-C का पूरा नाम क्या है-
मल्टीसीरीज इंफॉर्मेशन सिंड्रोम
मल्टीपल इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम
मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम
मल्टी सिस्टम इनफॉरमशन सिंड्रोम
देशभर के लोग इन दिनों कोरोना वायरस (Coronavirus) से परेशान हैं. पिछले कुछ दिनों से हर रोज औसतन 40 हज़ार से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं.
अब तक इस खतरनाक वायरस ने 12 लाख से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है।
इस बीच एक नई बीमारी ने भारत में दस्तक दे दी है. इसका नाम है मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (Multisystem Inflammatory Syndrome). इसे MIS-C भी कहते हैं।
गुजरात के सूरत में इस बीमारी का पहला केस प्राप्त हुआ है।
इस सिंड्रोम के बार में दुनियाभर के डॉक्टरों को ज्यादा पता नहीं है व फिलहाल रिसर्च चल रहे हैं।
बीमारी को ठीक करने के लिए इंट्रावीनस इम्यूनोग्लोबुलिन एंटीबॉ़डी और एस्पिरिन ही दो दवाएं हैं.
इस बीमारी से शरीर में मल्टी सिस्टम इंफ्लामेंट्री सिंड्रोम यानी जहरीले तत्व उत्पन्न होने लगते हैं और पूरे शरीर में फैल जाते हैं। इसका असर कई महत्वपूर्ण अंगों पर पड़ता है।
इस साल मई के महीने में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने लोगों को आगाह किया था.
आइए एक नज़र डालते हैं इस बीमारी के कुछ लक्षणों पर...
> 0-19 साल के बच्चे में 3 से ज्यादा दिन बुखार
> शरीर पर दाने आना, प्युलुलेंट (मवाद के साथ) मुंह, हाथ और पैर में सूजन
>ब्लड प्रेशर का कम होना
>डायरिया, पेट में दर्द, पेट के नीचले हिस्से में दर्द
दिवंगत प्रख्यात कलाकार अमला शंकर का संबंध किस क्षेत्र से है-
नृत्य
गायन
वादन
उपरोक्त सभी
मशहूर नृत्यांगना अमला शंकर का शुक्रवार सुबह कोलकाता में निधन हो गया। वह 101 वर्ष की थीं।
अमला शंकर का जन्म 27 जून, 1919 को अविभाजित भारत के जसोर में हुआ था। महज 11 साल की उम्र में उन्होंने इंटरनेशनल कॉलोनियल एग्जीबिशन में हिस्सा लिया था।
वहीं उनकी मुलाकात उदय शंकर से हुई थी, जिसके बाद वह उनकी नृत्य मंडली में शामिल हो गई थी। 1942 में दोनों का विवाह हुआ। उनकी नृत्य जोडी़ काफी मशहूर हुई थी।
1948 में दोनों ने 'कल्पना' नामक एक फिल्म में अभिनय भी किया था, जिसकी 2012 में कान फिल्मोत्सव में स्क्रीनिंग हुई थी।
अमला ने अपनी पहली परफॉर्मेंस साल 1931 में बेल्जियम में दी। 1939 में अमला एक डांस ग्रुप के साथ चेन्नई में परफॉर्मेंस दे रही थीं। उस वक्त उदय ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज किया।
1942 में अमला और उदय शादी के बंधन में बंध गए।
प्रख्यात सितार वादक रवि शंकर उनके देवर थे।
हाल ही में कौन सा एक उल्का पिंड पृथ्वी के बेहद क़रीब से गुज़र गया-
एस्टेरॉयड 2020 टीडी
एस्टेरॉयड 2020 एनडी
एस्टेरॉयड 2020 डबल्यूडी
एस्टेरॉयड 2020 एचडी
24 जुलाई को170 मीटर बड़ा एक उल्का पिंड(एस्टेरॉयड) पृथ्वी के बेहद करीब से गुजर गया। इस उल्का पिंड का नाम 'एस्टेरॉयड 2020 एनडी(Asteroid 2020 ND)' रखा गया है।
उल्का पिंड-एस्टेरॉयड 2020 एनडी(Asteroid 2020 ND) 48,000 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पृथ्वी के पास से गुजरा।
यह उल्का पिंड पृथ्वी से करीब .034 एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट (50 लाख 86 हजार 328 किलोमीटर) दूर से होकर गुजरा। यह उल्का पिंड 170 मीटर बड़ा बताया जा रहा है।
इसको लेकर नासा ने पूर्व चेतावनी जारी कर दी है।
नासा ने अपने बयान में इस उल्का पिंड(एस्टेरॉयड) की व्याख्ता करते हुए कहा है कि पृथ्वी से इस उल्का पिंड की दूरी इसे संभावित रूप से खतरनाक(potential hazardous object) बनाती है।
0.05 एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट या उससे कम की दूरी से पृथ्वी के पास से गुजरने वाले उल्का पिंड(एस्टेरॉयड) खतरनाक होते हैं। एस्टेरॉयड 2020 एनडी(Asteroid 2020 ND) पृथ्वी से करीब .034 एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट (50 लाख 86 हजार 328 किलोमीटर) दूर से गुजरेगा। लेकिन नासा ने कहा है कि यह जरूरी नहीं है कि इसका असर पृथ्वी पर पड़ेगा। नासा ने यह भी कहा कि भले ही उल्का पिंड को PHA के रूप में वर्गीकृत किया गया हो, लेकिन यह पृथ्वी पर जरूरी प्रभाव नहीं डालेगा। इसका मतलब केवल यह है कि इस एस्टेरॉयड से खतरे की संभावना है।
निम्नलिखित में से किस देश द्वारा Ziyuan III 03 उपग्रह को लॉन्च किया गया है-
जापान
चीन
दक्षिण कोरिया
ताइवान
चीन ने शांक्सी के उत्तरी प्रांत में ताइयुआन सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से शनिवार को एक नया उच्च-रिज़ॉल्यूशन मैपिंग उपग्रह अंतरिक्ष में भेजा।
Ziyuan III 03 उपग्रह को लांग मार्च -4 बी रॉकेट द्वारा 11:13 बजे बीजिंग समय पर लॉन्च किया गया था। लॉन्ग मार्च रॉकेट श्रृंखला द्वारा यह 341 वां उड़ान मिशन था।
लॉन्ग मार्च रॉकेट चीन की अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा संचालित खर्चीले लॉन्च सिस्टम रॉकेटों की एक श्रृंखला है।
इसके अलावा रॉकेट पर दो उपग्रह थे जो क्रमशः डार्क मैटर डिटेक्शन और वाणिज्यिक डेटा अधिग्रहण के लिए उपयोग किए जाते थे।
ये शंघाई ASES Spaceflight प्रौद्योगिकी कंपनी लिमिटेड द्वारा विकसित किए गए थे।
सभी तीन उपग्रह पूर्व निर्धारित कक्षाओं में प्रवेश कर चुके हैं
चीन एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी द्वारा विकसित किया गया ज़ियुआन III 03, दो अन्य उपग्रहों के साथ मिलकर देश की भूमि संसाधन जांच, प्राकृतिक आपदा रोकथाम, कृषि विकास, जल संसाधन प्रबंधन, पर्यावरण सर्वेक्षण और शहरी नियोजन के लिए डेटा प्रदान करेगा।
भारत की विश्व स्तरीय शहद प्रयोगशाला का उद्घाटन किस राज्य में किया गया है-
गुजरात
उत्तर प्रदेश
राजस्थान
तमिलनाडु

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड (एनबीबी) के सहयोग से राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) द्वारा आणंद (गुजरात) में स्थापित‘भारत की विश्वस्तरीय अत्याधुनिक शहद परीक्षण प्रयोगशाला’ का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शुभारम्भ किया।
किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग ने दो साल की अवधि के लिए राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन (एनबीएचएम) को स्वीकृति दे दी है।
शहद के उत्पादन में मिलावट एक बड़ी समस्या है और इसमें फ्रक्टोज की ज्यादा मात्रा वाले कॉर्न सीरप या चावल, टैपिओका, गन्ना और बीट सीरप मिलाए जा रहे हैं, जो सस्ते होते हैं और साथ ही इनके भौतिक-रासायनिक गुण समान होते हैं।
ऐसे कदमों के माध्यम से देश में ‘मीठी क्रांति’ लाने पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है।
इस शहद परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना से शहद के गुणवत्तापूर्ण उत्पादन और दूसरे देशों को निर्यात में सहायता मिलेगी।