राजस्थान करंट अफेयर्स - 15 July 2020 (हिंदी)

पंडित गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हवलदार मेजर हेड कांस्टेबल डॉक्टर जालिम सिंह की पुस्तक का नाम क्या है-

बढ़ते आर्थिक अपराध
आर्थिक अपराध तथा पुलिस
आर्थिक अपराधों की बुनियाद
अपराधी और पुलिस

पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह को पुलिस लाईन जैसलमेर में आयोजित अपराध गोष्ठी में हवलदार मेजर हैड. कानि. डॉ. जालम सिंह ने अपनी लिखी पुस्तक ‘‘आर्थिक अपराध तथा पुलिस‘‘ की प्रति भेंट की।
डॉ. जालम सिंह को 28 अगस्त 2019 को गृह मंत्री भारत सरकार द्वारा पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरों के स्थापना दिवस समारोह में प्रतिष्ठित पंडित गोविन्द वल्लभ पंत राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
हाल ही में 10 जून 2020 को गृह मंत्रालय में श्री जी. किशन रेड्डी केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री द्वारा इस पुस्तक का विमोचन किया गया। पुस्तक में कुल 7 अध्यायों में समय के साथ बढ़ते आर्थिक अपराधों को विस्तृत रूप से चित्रण करने का प्रयास किया गया है।

केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में ऑनलाइन माध्यम से डिजिटल शिक्षा पर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का नाम क्या है-

डिजिटल ज्ञान
प्रज्ञाता
डिजीमेधा
ज्ञान प्रसार

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक'ने आज नई दिल्ली में ऑनलाइन माध्यम से डिजिटल शिक्षा पर ‘प्रज्ञाता’(पीआरएजीवाईएटीए) दिशा-निर्देश जारी किए।
ये दिशा-निर्देश पहली कक्षा से 12वीं कक्षातक के छात्रों के लिए एक दिन में ऑनलाइन सत्रों की संख्या और उसकी अवधि पर अंकुश लगाएंगे
प्रज्ञाता दिशा-निर्देशों में ऑनलाइन / डिजिटल शिक्षा के आठ चरण- योजना- समीक्षा- व्यवस्था- मार्गदर्शन- याक (बात) - असाइन- ट्रैक- सराहना शामिल हैं। ये आठ चरण उदाहरणों के साथ चरणबद्ध तरीके से डिजिटल शिक्षा की योजना और कार्यान्वयन का मार्गदर्शन करते हैं।


निम्न में से किस एक देश ने अपनी स्थानीय रेल परियोजना से भारत को बाहर कर दिया है-

इराक
बांग्लादेश
म्यानमार
ईरान

ईरान ने भारत को बड़ा झटका देते हुए चाबहार रेल परियोजना से भारत को बाहर कर दिया है।
ईरान ने भारत द्वारा प्रोजेक्ट की फंडिंग में देरी किए जाने को इसकी वजह बताया है। ईरान ने ऐलान किया है कि वह अब अकेले ही इस परियोजना को पूरा करेगा।
भारत के लिए ईरान का यह फैसला सामरिक और रणनीतिक तौर पर बड़ा झटका माना जा रहा है। गौरतलब है कि ईरान और चीन के बीच 400 बिलियन डॉलर की एक महाडील होने वाली है।
माना जा रहा है कि इस डील के चलते ही ईरान ने चाबहार परियोजना से भारत को बाहर कर दिया है।
चार साल पहले जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान का दौरा किया था तब इस रेल परियोजना को लेकर समझौता हुआ था, भारत की ओर से इंडियन रेलवेज़ कंस्ट्रक्शन लिमिटेड (इरकॉन) को इस रेल ट्रेक के निर्माण में शामिल होना था.
ये भारत-अफ़ग़ानिस्तान और ईरान के बीच हुआ समझौता था.

भारत द्वारा कौन से देश से हैरान ड्रोन और स्पाइक एंटी गाइडेड मिसाइल खरीदी जा रही है-

इजराइल
रूस
फ्रांस
अमेरिका

अमेरिका से 72 हजार असॉल्ट राइफल खरीदने के साथ ही अब भारतीय सेना इजरायल से हेरॉन ड्रोन और स्पाइक एंटी गाइडेड मिसाइल भी खरीदेगी।
केंद्र सरकार द्वारा दिए गए इमरेंजसी फंड के जरिए यह खरीदी होगी।
तीनों सेनाएं पहले से ही लद्दाख सेक्टर में सर्विलांस के लिए हेरॉन अनमैन्ड एरियल व्हीकल (यूएवी) का इस्तेमाल कर रही है।
तीनों सेनाएं पिछले कुछ सालों से हेरॉन ड्रोन का इस्तेमाल कर रही हैं। यह एक बार में दो दिन तक उड़ सकता है और 10 किलोमीटर की ऊंचाई से दुश्मन की हर हरकत पर नजर रख सकता है।
सेना भी इजरायल से स्पाइक एंटी टैंक गाइडेड मिसाल खरीदने के बारे में सोच रही है।
इन मिसाइलों की एक खेप पिछले साल बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद आई थी।
पिछले साल सेना को 12 लॉन्चर और 200 स्पाइक मिसाइलें मिलीं थीं।
डीआरडीओ भी देसी पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेट मिसाइल विकसित करने का काम कर रहा है। इसके जरिए इंफेंट्री यूनिट्स की ऐसी 50 हजार मिसाइलों की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा।
इसके अलावा एलएसी पर हालात बिगड़ने की सूरत में उससे निपटने के लिए सेना की तरफ से पहले ही स्पाइस-2000 बम, असॉल्ट राइफल और मिसाइल खरीदी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

प्रत्येक माह जारी होने वाले थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़े किस तारीख को जारी किए जाते हैं-

14 तारीख या अगले कार्य दिवस
14 तारीख या अगले कार्य दिवस
14 तारीख या अगले कार्य दिवस
14 तारीख या अगले कार्य दिवस

उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के आर्थिक सलाहकार के कार्यालय ने जून, 2020 (अनंतिम) और अप्रैल 2020 (अंतिम) के लिए थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) जारी किया है।
थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के अनंतिम आंकड़े देश भर में चयनित विनिर्माण इकाइयों से प्राप्त आंकड़ों के साथ संकलित किए जाते हैं और हर महीने की 14 तारीख (या अगले कार्य दिवस) को जारी किए जाते हैं।
वार्षिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर जून, 2020 के दौरान (जून, 2019 की तुलना में) -1.81% प्रतिशत (अनंतिम) रही, जबकि इससे पिछले साल इसी महीने यह 2.02% प्रतिशत थी।
भारत में थोक मूल्य सूचकांक को आधार मान कर महँगाई दर की गणना होती है। हालाँकि थोक मूल्य और ख़ुदरा मूल्य में काफी अंतर होने के कारण इस विधि को कुछ लोग सही नहीं मानते हैं।

विभिन्न जिंस समूह-

प्राथमिक वस्तुएं (भारांक 22.62 प्रतिशत)
ईंधन और बिजली (भारित 13.15%)
विनिर्मित उत्पाद (भारित 64.23%)

डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक (भारित 24.38%)

खाद्य सूचकांक, जिसमें प्राथमिक वस्तु समूह की 'खाद्य वस्तुएं' और निर्मित उत्पाद समूह के 'खाद्य उत्पाद' शामिल हैं

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का आधार वर्ष 2012 =100 है।