सरस्वती सम्मान पुरस्कार 2019/केके बिरला फाउंडेशन पुरस्कार 2019/ वासुदेव मोही
- सिंधी साहित्यकार वासदेव मोही के कहानी संग्रह ‘चेक बुक’ को वर्ष 2019 के सरस्वती सम्मान के लिए चुना गया है। के के बिरला फाउंडेशन की एक विज्ञप्ति में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई।
- सिंधी भाषा की यह कृति 2012 में प्रकाशित हुई। इस कहानी संग्रह का अंग्रेजी अनुवाद साहित्यकार डॉ विनोद आसुदानी ने और हिन्दी अनुवाद साहित्यकार भगवान अटलानी ने किया है।
- दो मार्च 1944 को तत्कालीन सिंध के मीरपुर खास में जन्मे मोही कवि, कहानीकार और आलोचक हैं तथा उनकी अब तक करीब 25 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
- साहित्य अकादमी पुरस्कार और सिंधी साहित्य अकादमी सम्मान आदि से सम्मानित मोही की ‘चेक बुक’ का सरस्वती सम्मान के लिए चयन वर्ष 2009 से 2018 की अवधि में प्रकाशित पुस्तकों पर विचार करने के बाद किया गया। यह 29वां सरस्वती सम्मान है।
- पहला सरस्वती सम्मान डॉ हरिवंश राय बच्चन को उनकी आत्मकथा ‘दशद्वार से सोपान तक’ के लिए 1991 में दिया गया था।
- 2018 में यह सम्मान डॉ के शिवा रेड्डी को उनके तेलुगु काव्य संग्रह ‘पक्ककी ओत्तिगिलिते’ के लिए दिया गया।
- 2017 में शीतांशु यशाश्चंद्र को उनके कविता संग्रह वाकहार के लिए दिया गया था।
- के के बिरला फाउंडेशन द्वारा दिए जाने वाले सरस्वती सम्मान के तहत 15 लाख रुपये की पुरस्कार राशि, प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न प्रदान किया जाता है।
- इसके अंतर्गत आठवीं अनुसूची में स्थित 22 भाषाओं में से किसी भी भाषा की रचना का चयन किया जाता है।
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