अधिगम की अवधारणा भाग 6/ concept of learning part 6/अधिगम की प्रक्रियाएं
प्रमुख अधिगम प्रक्रियाएँ ( Major learning processes)-
अधिगम के दौरान होने वाली प्रमुख प्रक्रियाएँ निम्न प्रकार है -
प्रबलन( reinforcement)-
यह वह क्रिया है जिसके द्वारा किसी वांछित अनुक्रिया की दर को घटाने या बढ़ाने के लिए प्रबलक के रूप में उद्दीपक प्रदान किया जाता है।
ये प्रबलक प्राथमिक (जैसे भोजन, पानी आदि) द्वितीयक (जैसे प्रशंसा, परितोष आदि) प्रकार के होते है।
प्रबलक के नियमित उपयोग के फलस्वरूप ही वांछित अनुक्रिया प्राप्त होती है।
विलोप( extinction)-
सिखी हुई अनुक्रिया का लुप्त होना विलोप के नाम से जाना जाता है।
ऐसा अनुक्रिया उत्पन्न करने वाली प्रक्रिया से प्रबलक को हटा लेने की वजह से होता है।
उदाहरण के लिए यदि लीवर दबाने के बाद चूहे को भोजन ना मिले तो धीरे धीरे लिवर दबाने की अनुक्रिया कम होकर लुप्त हो जाती है।
सामान्यीकरण (generalisation)-
इसमें जिस उपकरण के प्रयोग द्वारा अधिगम हुआ है उसके जैसे ही अन्य उपकरणो के लिए भी समान अनुक्रिया का प्रदर्शन करना सामान्यीकरण के नाम से जाना जाता है।
जैसे की घंटी के प्रयोग में यदि अधिगम हो जाने के बाद में टेलीफ़ोन की घंटी भी बजती है तो उसके प्रति भी समान अनुक्रिया का प्रदर्शन होता है।
विभेदन(discrimination )-
विभेदन से तात्पर्य दो भिन्न उद्दीपको के प्रति भिन्न प्रतिक्रिया प्रदर्शित करना है।
जैसे की यदि कोई बच्चा काले कपड़े व मूँछ वाले व्यक्ति से डरता है तो वह अन्य किसी अलग रंग के वस्त्र धारण करने वाले व्यक्ति से डरने की बजाय सामान्य अनुक्रिया प्रदर्शित करता है। यह सामान्यीकरण का पूरक होता है।
स्वत पुनः प्राप्ति -
यदि किसी अधिगत प्रक्रिया का विलोप हो जाता है तो कुछ समय बीत जाने के बाद यदि पुनः प्रयास की जाए तो अधिक तेज़ी से उस विलोपित अधिगम को पुनः प्राप्त कर लिया जाता है।
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