प्रबंध प्रक्रिया एवं कार्य भाग एक/Management process and functions part 1/Ras mains paper 1
प्रबन्ध एक जटिल, गतिशील तथा लचीली प्रक्रिया है।
यह प्रक्रिया स्वयं में कई चरणों अथवा तत्वों को सम्मिलित करती है जो स्वतन्त्र प्रकृति के न होकर आपस में एक दूसरे पर निर्भर होते है।
प्रबंध प्रक्रिया के अंतर्गत एक के बाद एक कई कार्य सम्मिलित होते हैं जो सतत रूप से चलते रहते हैं। इस प्रकार से प्रबंधकों द्वारा इन सभी क्रियाओं के निष्पादन को ही सम्मिलित रूप से प्रबंध प्रक्रिया कहा जाता है।
प्रबंध प्रक्रिया की विशेषताएं (characteristics of management process)-
- यह एक सामाजिक प्रक्रिया है क्योंकि व्यक्तियों के आपसी संबंध पर निर्भर करती है।
- यह एक सार्वभौमिक प्रक्रिया है क्योंकि छोटे से छोटे व्यवसाय से लेकर वृहद संगठनों तक इसका प्रयोग होता है।
- एक परिणाम प्रधान प्रक्रिया है क्योंकि इसका मूल उद्देश्य लक्ष्य की प्राप्ति है।
- क्योंकि सभी प्रबंधक मानव होते हैं अतः यह एक मानवीय प्रक्रिया भी है।
- यह सतत रूप से चलने वाली प्रबंध से जुड़े कार्यों की एक गतिशील प्रक्रिया है।
प्रबंध प्रक्रिया के चरण अथवा प्रबंध कार्य ( management functions)-
प्रबंध प्रक्रिया के अंतर्गत कई कार्यो को संबोधित किया जाता है। हालांकि अलग-अलग विद्वानों ने अलग-अलग कार्य बताए हैं जिन्हें प्रबंध प्रक्रिया के अंतर्गत सम्मिलित किया जा सकता है। अलग अलग विद्वानों द्वारा दिए गए प्रमुख चरण निम्न प्रकार हैं-
- राल्फ डेविस- नियोजन, संगठन, नियंत्रण
- हेनरी फेयोल- नियोजन, संगठन, आदेश, समन्वय नियंत्रण
- ब्रेक-नियोजन, संगठन, अभिप्रेरणा, समन्वय नियंत्रण
- लिंडाल उर्विक-नियोजन, संगठन, आदेश, समन्वय, संदेशवाहन, पूर्वानुमान, जांच।
- लूथर गुलिक-नियोजन, संगठन, नियुक्तिकरण, निर्देशन,समन्वय, विवरण देना, बजटिंग।
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