द्रव्य की अवस्थाएं (States of matter)-
द्रव्य क्या है???
प्रत्येक वह सामग्री -
जो स्थान ग्रहण करता हो तथा दाब व अवरोध उत्पन्न करने में सक्षम हो।
जिसकी अवस्था में ऊर्जा द्वारा परिवर्तन लाया जा सके व जिसे हम अपनी ज्ञानेंद्रियों से अनुभव कर सकते हैं।
जिसकी अवस्था में ऊर्जा द्वारा परिवर्तन लाया जा सके व जिसे हम अपनी ज्ञानेंद्रियों से अनुभव कर सकते हैं।
पदार्थ (substance)
द्रव्य के अलग-अलग प्रकार जो निश्चित गुण एवं संगठन वाले होते हैं, उन्हें पदार्थ कहा जाता है।
उदाहरण- लकड़ी, कागज, मिट्टी, लोहा, मोम, संगमरमर आदि।
वस्तु (object)-
किसी एक पदार्थ या कई पदार्थों के मिश्रण से निर्मित विशेष गुण रखने वाली सामग्री वस्तु के रूप में जानी जाती है।
उदाहरण-थाली, गिलास, चम्मच, बस, कार, चाकू आदि
किसी भी पदार्थ तथा द्रव्य को दो आधारों पर विभाजित किया जा सकता है-
पहला भौतिक अवस्था के आधार पर-
ठोस, द्रव तथा गैस।
दूसरा रासायनिक संगठन के आधार पर
तत्व, यौगिक तथा मिश्रण
पदार्थों की भौतिक अवस्थाएं-
किसी भी पदार्थ में भौतिक अवस्था में परिवर्तन मुख्यत: उस में पाए जाने वाले अंतर आणविक बलों की वजह से होती है।
ठोस (solid state)
ठोस अवस्था में पदार्थ का आकार व आयतन दोनों निश्चित होते हैं।
उदाहरण-मेज, पत्थर, बर्फ, लोहा आदि।
उदाहरण-मेज, पत्थर, बर्फ, लोहा आदि।
ऐसे पदार्थों में अणुओं के मध्य परस्पर आकर्षण बल पृथककारी बल से अधिक सबल होता है।
इस बल की वजह से ठोस के कण अत्यधिक निकट होते हैं तथा उनमें उच्च घनत्व और असंपीड्यता होती है।
ठोस पदार्थ के कण उचित क्रम व्यवस्था में स्थित होते हैं इसे क्रिस्टल जालक करते हैं जो उसे एक निश्चित ज्यामिति आकृति प्रदान करते हैं।
द्रव (liquid State)
इस अवस्था में पदार्थ का आयतन तो निश्चित रहता है लेकिन इसका आकार बदलता रहता है।
उदाहरण- दूध, पानी, तेल आदि
उदाहरण- दूध, पानी, तेल आदि
द्रव अवस्था में पदार्थ के अणुओं के मध्य आकर्षण बल पृथककारी बल से थोड़ा बहुत ही अधिक होता है। इसी वजह से द्रव अवस्था में पदार्थ के कण गति करने के लिए स्वतंत्र होते हैं।
यह एक मध्य अवस्था होती है जो ठोस तथा गैस के बीच स्थित होती है।
गैस (gas state)-
इस अवस्था में पदार्थ का आकार तथा आयतन दोनों अनिश्चित होते हैं।
उदाहरण वायु, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन आदि
उदाहरण वायु, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन आदि
इसमें पदार्थ के अणुओं के मध्य आकर्षण बल पृथककारी बल से काफी कम होता है। इसी वजह से पदार्थ के कण आपस में अत्यधिक दूरी पर स्थित होते हैं तथा गति के लिए स्वतंत्र होते हैं।
sir RAS Mains ke liye apke notes se help milegi..VERY NICE SIR. THANK YOU SIR
ReplyDeleteTHIS TIME I WILL APPEAR FOR FIRST TIME IN MAINS.
WTSAPP NO MIL SKTE HE KYA?