प्रबंध क्षेत्र तथा अवधारणा भाग एक/ management area and concept Part 1/RAS Mains Paper 1
कोई भी संगठन चाहे बडा हो या छोटा, सेवा प्रदाता हो या निर्माणकर्ता, लाभ के लिए हो या गैर लाभ के लिए, प्रबंधन सभी के लिए आवश्यक है।
प्रबंध किसी भी व्यवसाय के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए अपनाई जाने वाली एक पूर्व निर्धारित सोची समझी प्रक्रिया है।
प्रबंध के अंतर्गत आने वाले सभी का कार्य पारस्परिक रुप से संबंधित तथा एक दूसरे पर निर्भर होते हैं।
प्रबंध की परिभाषाएं-
हैरल्ड कून्ट्ज एवं हींज व्हीरक-
प्रबंध एक ऐसा वातावरण तैयार करने एवं बनाए रखने की प्रक्रिया है जिसमें लोग समूह में कार्य करते हुए चुनिंदा लक्ष्यों को कुशलता से प्राप्त करते हैं।
मैरी पार्कर फोलेट-
इन के अनुसार प्रबंध दूसरों से कार्य करवाने की कला है।
प्रोफेसर क्लग-
प्रबंध निर्णय करने तथा नेतृत्व प्रदान करने की कला एवं विज्ञान है।
क्रीटनर-
प्रबंध परिवर्तनशील पर्यावरण में सीमित संसाधनों का कुशलतापूर्वक प्रयोग करते हुए संगठन के उद्देश्यों को प्रभावी ढंग से प्राप्त करने के लिए दूसरों के साथ मिलकर एवं उनके माध्यम से कार्य करने की प्रक्रिया है।
स्टैनले वेंस-
प्रबंध पूर्व निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के उद्देश्य से निर्णय लेने में मानवीय क्रियाओं को नियंत्रित करने की प्रक्रिया है।
राबर्ट एल ट्रीवेली तथा एम. जैनी न्युपोट-
प्रबंधन को इस प्रकार परिभाषित किया गया है कि यह संगठन के परिचालन के नियोजन, संगठन एवं नियंत्रण की प्रक्रिया है जो उद्देश्यों को प्रभावी ढंग से एवं कुशलता से पूरा करने के लिए मानव एवं भौतिक संसाधनों में समन्वय के लिए की जाती है।
एफ डब्ल्यू टेलर-
प्रबंध यह जानने की कला है कि आप क्या करना चाहते हो और तत्पश्चात यह सुनिश्चित करना है कि वह कार्य सर्वोत्तम एवं मितव्यता पूर्ण विधि से किया जाए।
लॉरेंस ऐप्पले-
अन्य लोगों के प्रयासों से परिणाम प्राप्त करना ही प्रबंध है।
लुइस ए एलन-
प्रबंध व्यवस्थित ज्ञान का एक समूह है जो व्यावसायिक पेशे के संदर्भ में प्रमाणित सामान्य प्रबंध के सिद्धांतों पर आधारित है।
निष्कर्षत:-
प्रबंध एक कला तथा विज्ञान है जो अन्य लोगों से कार्य करवाने, लागतो को कम करने, मानवीय प्रयासों की सहायता से संस्था के उद्देश्यों की प्राप्ति में नियोजन से लेकर नियन्त्रण तक समग्र क्रियाओं में निहित है।
प्रबंध की अवधारणा -
प्रबंध शब्द का उपयोग किसी भी व्यवसाय की विभिन्न प्रक्रियाओं के लिए मुख्यतया किया जाता है।
किसी भी संगठन में लोग अलग-अलग कार्य करते हुए भी एक समान उद्देश्य की प्राप्ति में लगे रहते हैं। प्रबंध इन सभी कार्मिकों को दिशा देने का कार्य करता है।
अतः प्रबंध उद्देश्य पूर्ति हेतु कार्य को प्रभावी ढंग तथा दक्षता से पूर्ण करने की प्रक्रिया है।
- प्रभावी ढंग- कार्य को समय पर संपन्न करना तथा परिणाम प्राप्त करना।
- दक्षतापर्ण - कार्य को सही ढंग से न्यूनतम लागत पर करना।
- प्रक्रिया- प्राथमिक कार्य अथवा क्रियाएं। नियोजन, संगठन, नियुक्तिकरण, नियंत्रण, निर्देशन इत्यादि।
प्रभावपूर्ण बनाम कुशलता-
प्रबंध के लिए प्रभावी तथा कार्यकुशल दोनों होना अति महत्वपूर्ण है।
प्रभाविता एवं कार्य कुशलता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
प्रबंध के लिए इन दोनों में संतुलन होना आवश्यक है।
प्रबंध के लिए यह आवश्यक है कि वह न्यूनतम लागत पर निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।
sir it's very short
ReplyDeleteGood
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