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Wednesday, August 22, 2018

ई-कॉमर्स व इसके उपयोग भाग दो/e commerce and its uses part 2

ई-कॉमर्स की सीमाएं-

भारत में अपने प्रारंभिक चरण में ई कॉमर्स में कुछ तकनीकी तथा गैर तकनीकी सेवाएं भी विद्यमान है जो निम्न प्रकार से है-

तकनीकी सीमाएं-

  • वर्तमान में ई कॉमर्स हेतु आवश्यक बैंडविड्थ समुचित मात्रा में उपलब्ध नहीं है।
  • ई-कॉमर्स हेतु आवश्यक सॉफ्टवेयर भी अभी विकास के चरण में ही है।
  • एक बड़े उपभोक्ता वर्क के लिए आज भी इंटरनेट अभिगम्यता एक महंगी प्रक्रिया है खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
  • ई-कॉमर्स के तौर-तरीकों के लिए प्रणाली सुरक्षा, विश्वसनीयता, मानको तथा प्रोटोकॉल्स का अभाव है।
  • वर्तमान में उपलब्ध इंटरनेट के स्वरूप तथा ई कॉमर्स के सॉफ्टवेयर्स में सम्मिश्रण संबंधी कठिनाइयां भी विद्यमान है।
  • ई-कॉमर्स हेतु इंटरनेट के साथ-साथ एक विशेष वेब सर्वर की भी जरूरत  है जिससे लागत में वृद्धि होगी।

गैर तकनीकी सीमाएं-

  • वर्तमान में ई कॉमर्स के क्षेत्र में कई कानूनी अड़चनें स्थित है जिनको सुलझाना आवश्यक है।
  • ई-कॉमर्स बहुत तेजी से विकसित हो रही है तथा बदल रही है, अतः लोग भी अभी तक इसके स्थिर होने के इंतजार में हैं।
  • ई कॉमर्स के क्षेत्र के बारे में लोगों को अभी भी विश्वसनीयता नहीं है।
  • ग्राहकों द्वारा सामान्यतः परिवर्तन का विरोध किया जाता है ऐसा ही ई कॉमर्स के क्षेत्र में भी हो रहा है।
  • ई कॉमर्स के क्षेत्र में विशेषज्ञता कि अभी भी कमी है। इसमें पर्याप्त सहायक सेवाओं तथा जानकारी जुटाने के साधनों की कमी है।
  • अभी भी ई- कॉमर्स का क्षेत्र अधिक विस्तृत रूप में नहीं है। यह विस्तार विक्रेता और ग्राहक को दोनों के लिए आवश्यक है।

इलेक्ट्रॉनिक भुगतान विधियां-

ई-कॉमर्स के अंतर्गत भुगतान करने के लिए ऑफलाइन के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक अर्थात ऑनलाइन तरीकों का भी प्रयोग होता है। इसके अंतर्गत जो मुख्य तरीके उपयोग में लाए जाते हैं वह निम्न प्रकार है-

  • इलेक्ट्रॉनिक भुगतान कार्ड(electronic payment card)-डेबिट कार्ड तथा क्रेडिट कार्ड आदि इलेक्ट्रॉनिक भुगतान कार्ड के प्रकार हैं जहां भुगतान स्वरूप में नगद का प्रयोग नहीं होता है। इनमें एक चुंबकीय स्ट्रिप होती है जिसमें सीमित मात्रा में सूचनाएं स्टोर की जा सकती है। हालांकि भारतीय व्यवस्था में आज भी इन माध्यमों का प्रयोग कई कारणों से बहुत कम होता है।
  • इलेक्ट्रॉनिक चेक (electronic check)-यह नियमित साधारण चेकों के समान होते हैं लेकिन इन्हें पब्लिक की क्रिप्टोग्राफ़ी द्वारा सुरक्षित किया जाता है। ECS इसी का एक उदाहरण है। इनमें एंक्रिप्टेड हस्ताक्षर होते हैं, जिन्हें सत्यापित करने के बाद ही राशि का भुगतान होता है।
  • इलेक्ट्रॉनिक नकदी (electronic cash)- जब ई कॉमर्स ट्रांजैक्शंस का भुगतान ई वॉलेट मनी के रूप में किया जाता है तो यह राशि इलेक्ट्रॉनिक नगदी के अंतर्गत आती है। व्यापारी धन की तुरंत उपलब्धता तथाा सुरक्षा जैसे कारणोंं की वजह से इसका उपयोग करते हैं। कई बार इलेक्ट्रॉनिक कार्ड उपलब्ध ना होने पर भी इसका उपयोग किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक भुगतान की सीमाएं-

  1. इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली की सुरक्षा काफी खर्चीली व तकनीकी रुप से समृद्ध प्रक्रिया है जिसे लगातार अद्यतन बनाए रखना होता है। इसके अतिरिक्त निश्चित मानकों का भी अभाव है।
  2. अधिकतर इलेक्ट्रॉनिक भुगतान सामान्यतः कम राशि वाले होते हैं जिनकी लागत अधिक होती है।
  3. कई इलेक्ट्रॉनिक भुगतान विधियों पर लगने वाली फीस अत्यधिक होने की वजह से भी इनका प्रचलन कम है।
  4. इलेक्ट्रॉनिक भुगतान में कुछ निश्चित उपकरणों तथा संसाधनों की आवश्यकता होती है इसके अतिरिक्त निर्बाध इंटरनेट भी आवश्यक होता है।

इलेक्ट्रॉनिक बाजार प्रणाली(electronic marketing)-

इलेक्ट्रॉनिक बाजार से तात्पर्य उस नेटवर्क से है जहां विभिन्न प्रकार के सेवाओं, उत्पादों, भुगतानों तथा सूचनाओं के विनिमय से संबंधित क्रियाएं इलेक्ट्रॉनिक रूप में होती है। इलेक्ट्रॉनिक बाजार में भौतिक केंद्रों का अभाव होता है। एकल स्टोर तथा इलेक्ट्रॉनिक मॉल अथवा साइबर मॉल आदि इलेक्ट्रॉनिक बाजार के उदाहरण है।

इलेक्ट्रॉनिक व्यापार प्रणाली (electronic trading system)-

इलेक्ट्रॉनिक व्यापार प्रणाली  उच्च गति की संचार लाइनों के माध्यम से केंद्रीय अतिथेय कंप्यूटर(Central supplementary computer) से संबंधित कंप्यूटर टर्मिनलों का एक सेट है। इसमें ब्रोकर या दलाल द्वारा वेबसाइट का प्रयोग करते हुए आर्डर प्रेषित करने के लिए इंटरनेट का प्रयोग किया जाता है। इसके अंतर्गत सभी कार्य रियल टाइम पर संभव हो पाते हैं। वर्तमान में प्रतिभूति बाजार प्रकार्य (securities market operations)  पर इलेक्ट्रॉनिक बाजार प्रणाली का अत्यधिक प्रभाव है।
धीरे-धीरे इलेक्ट्रॉनिक बाजार प्रणाली परंपरागत बाजारों को प्रतिस्थापित कर रही है या उनके सहायक के रूप में कार्य कर रही है।


5 comments:

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RAS Mains Paper 1

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