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Saturday, March 17, 2018

विपणन सम्मिश्र/ marketing mix/4P & 4C Concept/RAS Mains Paper 1

विपणन सम्मिश्र/ marketing mix/4P & 4C Concept/RAS Mains Paper 1
आधुनिक विपणन की अवधारणा के अंतर्गत उपभोक्ता हितों को सर्वोपरि माना जाता है। उत्पादन के लिए वित्त की उपलब्धि, संभावित बाजार का पता लगाना, उपभोक्ता की रूचि, विज्ञापन, विक्रय आदि क्रियाओं का सम्मिलित रूप विपणन सम्मिश्र के रूप में जाना जाता है।
 जेम्स कुलिटन को विपणन सम्मिश्र का जन्मदाता माना जाता है।
विपणन सम्मिश्र 4P अवधारणा पर कार्य करता है जिसमे Product, Place, Price तथा Promotion सम्मिलित है। इन चार घटकों में से प्रत्येक का सम्मिश्रण तैयार करके संस्था का विपणन तैयार किया जाता है। इसका उल्लेख जेरो मेक्कार्थी द्वारा प्रस्तुत किया गया है। इसका प्रमुख उद्देश्य ग्राहकों की आवश्यकताओं को संतुष्ट करना एवं विपणन के लक्ष्यों को प्राप्त करना है।
Video tyutorial

विपणन सम्मिश्र के विभिन्न घटकों का वर्णन निम्न प्रकार से है-
उत्पाद(Product)-
उत्पाद से तात्पर्य विक्रय के लिए तैयार की गई वस्तु अथवा सेवा से है जिसमे इसके विभिन्न गुण जैसे की आकार, पैकेजिंग, लेबल, ब्रांड आदि भी शामिल है।
मूल्य(Price)-
वह धनराशि जिस पर विक्रेता किसी वस्तु को बेचता है तथा क्रेता खरीदता है, वह उस वस्तु का मूल्य कहलाती है। मूल्य का निर्धारण सामान्यत: वस्तु की मांग, प्रतिस्पर्द्धात्मक स्तर, क्रेता व विक्रेता के बीच मध्यस्थॊ, लाभ आदि पर निर्भर करती है।
स्थान(Place)-
वस्तु अथवा सेवा को उत्पादन स्थल से खरीददार तक पहुंचाने में जिन जिन गतिविधियों तथा प्रक्रियाओं को ध्यान रखा जाता है, वें स्थान के अन्तर्गत आती हैै। इसमें स्टाक प्रबन्धन, वितरण, भण्डारण आदि शामिल है।
संवर्द्धन(Pramotion)-
वस्तु के प्रचार प्रसार के लिए तथा उपभोक्ता को अपने उत्पाद की ओर आकर्षित करने के लिए जो प्रक्रियाएँ अपनाई जाती है, वें सभी संवर्द्धन के अन्तर्गत आती है। उदाहरण के लिए विज्ञापन, प्रचार, लोगो से सम्पर्क आदि।
4P से 4C अवधारणा-
इस अवधारणा का प्रत्तिपादन राबर्ट लौटरबोर्न द्वारा किया गया है।

जहॉ 4P अवधारणा में पूरा ध्यान उत्पाद तथा सम्बधित गतिविधियों पर दिया गया है वहीं 4C अवधारणा उपभोक्ता तथा विक्रय पर केन्द्रित है।
 4C से तात्पर्य उपभोक्ता समाधान(Customer Solution), उपभोक्ता लाभार्थ(Customer Cost), सुविधा(Convenience) तथा सम्प्रेषण(Communication) से है।
इसके अनुसार वर्तमान समय में वही संस्था सफलता प्राप्त करती है जो की उपभोक्ता को सुविधाजनक रूप से न्यूनतम लागत पर उत्पाद उपलब्ध कराती है तथा उचित सम्प्रेषण माध्यम स्थापित कर उनकी समस्याओं का समाधान भी करती है।

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विपणन तथा विपणन प्रबंध

विपणन अवधारणा 

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