एडम स्मिथ ने करीब 200 वर्ष पहले यह कहा था कि -
"पहले जहा वाणिज्यवादी तंत्र में उपभोक्ताओं के हितो को नुकसान पहुँचाकर भी उत्पादकों के हितो को प्राथमिकता मिलती थी, किन्तु औद्योगिक तंत्र में उत्पादकों का हित तभी सधता है, जब इससे उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचे, क्योकि सभी उत्पादनो का एकमात्र प्रयोजन उपभोग ही है। "
विपणन प्रबंधन का एक प्रमुख क्षेत्र है। व्यावसायिक संस्थानों की सफलता उनके विपणन पर निर्भर करती है। विश्व की प्रमुख बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की सफलता का मुख्य कारण व्यापार में विपणन को प्राथमिकता प्रदान करना है।
विपणन की परिभाषा (Definition of Marketing )-
विलियम स्टेन्टन- "विपणन व्यावसायिक क्रियाओ की एक समग्र प्रणाली है जिसकी संरचना वर्तमान तथा संभावित ग्राहकों की आवश्यकता संतुष्टि वाली वस्तुओ व सेवाओं के बारे में योजना बनाने, मूल्य निर्धारित करने और वितरण करने के लिए की जाती है।"
फिलिप कोटलर- "विपणन वह मानवीय क्रिया है जो विनिमय प्रक्रियाओं के द्वारा आवश्यकताओं व इच्छाओ की संतुष्टि के लिए की जाती है।"
क्लार्क & क्लार्क- "विपणन में वे सब प्रयत्न शामिल किये जाते है जो वस्तुओ एवं सेवाओं के हस्तांतरण एवं भौतिक वितरण में सहायक होते है।"
पायले - "विपणन में क्रय तथा विक्रय दोनों ही क्रियाए सम्मिलित होती है।"
विपणन का अर्थ (Meaning of Marketing )-
विपणन के अंतर्गत उत्पादन पूर्व से लेकर विक्रय पश्चात तक की उन सभी क्रियाओ को सम्मिलित किया जाता है जिनसे उपभोक्ताओं को संतुष्टि मिलती है।
विपणन की विशेषताएं (Characteristics of Marketing )
यह मानवीय आवश्यकताओं की संतुष्टि हेतु मनुष्यो द्वारा की जाने वाली प्रक्रिया है।
विपणन लाभ कमाने का एक माध्यम है।
यह कीमत के बदले आवश्यक उपयोगी उत्पाद उपलब्ध कराने की प्रक्रिया है।
यह एक सार्वभौमिक, उपभोक्ता पर केंद्रित एवं सृजनात्मक प्रक्रिया है।
यह दैनिक जीवन की एक अभिन्न क्रिया है जिसमे कई कार्य सम्मिलित है।
विपणन एक गतिशील व जटिल प्रक्रिया है क्योकि यह उपभोक्ताओं की आवश्यकता तथा बाजार के बदलती रहती है।
विपणन एक सामाजिक प्रक्रिया है क्योकि यह समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति करती है।
विपणन प्रबंध का अर्थ व परिभाषाएं -
विपणन प्रबंधन से तात्पर्य उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं का निर्धारण करके उनकी पूर्ति के लिए विभिन्न विपणन प्रक्रियाओं का नियोजन तथा क्रियान्वयन सम्मिलित है।
फिलिप कोटलर के अनुसार- "संगठनात्मक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए विपणन से सम्बंधित कार्यक्रमों का विश्लेषण, नियोजन, क्रियान्वयन तथा नियंत्रण ही विपणन प्रबंध है।"
विपणन प्रबंध की विशेषताएँ -
विपणन प्रबंध सामान्य प्रबंध का ही एक अंग है जिसके अंतर्गत विपणन से सम्बंधित गतिविधियों का प्रबन्ध किया जाता है।
विपणन प्रबंध को कला तथा विज्ञान दोनों के अंतर्गत सम्मिलित किया जा सकता है।
विपणन प्रबंध का मुख्य उद्देश्य संगठन के लिए अधिकतम लाभार्जन के साथ साथ ग्राहकों की संतुष्टि का ध्यान रखना भी है।
विपणन प्रबंध एक उपभोक्ता केंद्रित प्रबंध विधि है।
इसके अंतर्गत उत्पादन,विक्रय, भण्डारण, संवर्धन, विज्ञापन आदि कार्यो को सम्पादित किया जाता है।
अगले भाग में हम विपणन की विभिन्न अवधारणाओं का अध्ययन करेंगे।
Marketing & Marketing Management / विपणन तथा विपणन प्रबंध /RAS Mains Paper 1
"पहले जहा वाणिज्यवादी तंत्र में उपभोक्ताओं के हितो को नुकसान पहुँचाकर भी उत्पादकों के हितो को प्राथमिकता मिलती थी, किन्तु औद्योगिक तंत्र में उत्पादकों का हित तभी सधता है, जब इससे उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचे, क्योकि सभी उत्पादनो का एकमात्र प्रयोजन उपभोग ही है। "
विपणन प्रबंधन का एक प्रमुख क्षेत्र है। व्यावसायिक संस्थानों की सफलता उनके विपणन पर निर्भर करती है। विश्व की प्रमुख बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की सफलता का मुख्य कारण व्यापार में विपणन को प्राथमिकता प्रदान करना है।
विपणन की परिभाषा (Definition of Marketing )-
विलियम स्टेन्टन- "विपणन व्यावसायिक क्रियाओ की एक समग्र प्रणाली है जिसकी संरचना वर्तमान तथा संभावित ग्राहकों की आवश्यकता संतुष्टि वाली वस्तुओ व सेवाओं के बारे में योजना बनाने, मूल्य निर्धारित करने और वितरण करने के लिए की जाती है।"
फिलिप कोटलर- "विपणन वह मानवीय क्रिया है जो विनिमय प्रक्रियाओं के द्वारा आवश्यकताओं व इच्छाओ की संतुष्टि के लिए की जाती है।"
क्लार्क & क्लार्क- "विपणन में वे सब प्रयत्न शामिल किये जाते है जो वस्तुओ एवं सेवाओं के हस्तांतरण एवं भौतिक वितरण में सहायक होते है।"
पायले - "विपणन में क्रय तथा विक्रय दोनों ही क्रियाए सम्मिलित होती है।"
विपणन का अर्थ (Meaning of Marketing )-
विपणन के अंतर्गत उत्पादन पूर्व से लेकर विक्रय पश्चात तक की उन सभी क्रियाओ को सम्मिलित किया जाता है जिनसे उपभोक्ताओं को संतुष्टि मिलती है।
विपणन की विशेषताएं (Characteristics of Marketing )
यह मानवीय आवश्यकताओं की संतुष्टि हेतु मनुष्यो द्वारा की जाने वाली प्रक्रिया है।
विपणन लाभ कमाने का एक माध्यम है।
यह कीमत के बदले आवश्यक उपयोगी उत्पाद उपलब्ध कराने की प्रक्रिया है।
यह एक सार्वभौमिक, उपभोक्ता पर केंद्रित एवं सृजनात्मक प्रक्रिया है।
यह दैनिक जीवन की एक अभिन्न क्रिया है जिसमे कई कार्य सम्मिलित है।
विपणन एक गतिशील व जटिल प्रक्रिया है क्योकि यह उपभोक्ताओं की आवश्यकता तथा बाजार के बदलती रहती है।
विपणन एक सामाजिक प्रक्रिया है क्योकि यह समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति करती है।
विपणन प्रबंध का अर्थ व परिभाषाएं -
विपणन प्रबंधन से तात्पर्य उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं का निर्धारण करके उनकी पूर्ति के लिए विभिन्न विपणन प्रक्रियाओं का नियोजन तथा क्रियान्वयन सम्मिलित है।
फिलिप कोटलर के अनुसार- "संगठनात्मक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए विपणन से सम्बंधित कार्यक्रमों का विश्लेषण, नियोजन, क्रियान्वयन तथा नियंत्रण ही विपणन प्रबंध है।"
विपणन प्रबंध की विशेषताएँ -
विपणन प्रबंध सामान्य प्रबंध का ही एक अंग है जिसके अंतर्गत विपणन से सम्बंधित गतिविधियों का प्रबन्ध किया जाता है।
विपणन प्रबंध को कला तथा विज्ञान दोनों के अंतर्गत सम्मिलित किया जा सकता है।
विपणन प्रबंध का मुख्य उद्देश्य संगठन के लिए अधिकतम लाभार्जन के साथ साथ ग्राहकों की संतुष्टि का ध्यान रखना भी है।
विपणन प्रबंध एक उपभोक्ता केंद्रित प्रबंध विधि है।
इसके अंतर्गत उत्पादन,विक्रय, भण्डारण, संवर्धन, विज्ञापन आदि कार्यो को सम्पादित किया जाता है।
अगले भाग में हम विपणन की विभिन्न अवधारणाओं का अध्ययन करेंगे।
Marketing & Marketing Management / विपणन तथा विपणन प्रबंध /RAS Mains Paper 1
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