बुद्धि के सिद्धांत भाग 3 / Theories of Intelligence part 3 / RAS Mains Paper 3
गार्डनर का बहु प्रतिभा का सिद्धांत (Gardner's Theory of Multiple Intelligences)
बहु प्रतिभा का सिद्धांत लोगों तथा उनकी प्रतिभाओं के बारे में 1983 में हावर्ड गार्डनर द्वारा प्रतिपादित एक सिद्धांत है। इस सिद्धांत द्वारा गार्डनर ने बुद्धि की अवधारणा को IQ पर आधारित परंपरागत अवधारणा की तुलना में और अधिक शुद्धता से परिभाषित किया है। मानवीय क्षमता को व्यापक रूप में समझाने के लिए गार्डनर ने बुद्धि के सात आयामों के बारे में चर्चा की है।
ये सात आयाम निम्न प्रकार है -
भाषाई अथवा भाषात्मक बुद्धि (Linguistic)
तार्किक-गणितीय बुद्धि (Logical-Mathamatical)
शारीरिक गति बुद्धि (Bodily Kinesthetic)
संगीत बुद्धि (Musical)
स्थानिक बुद्धि (Spatial)
अंतर्वैयक्तिक बुद्धि (Interpersonal)
आन्तर्वैयक्तिक बुद्धि (Intrapersonal)
जहाँ बुद्धि के पहले दो प्रकारो को विद्यालयों में अधिक महत्व दिया जाता है वही अगले तीन प्रकार कला से जुड़े है तथा अंतिम दो व्यक्तिगत प्रतिभा (संवेगात्मक बुद्धि) से सम्बंधित है।
थार्नडाइक के अनुसार किसी भी व्यक्ति में बुद्धि के अनेक तत्त्व होते है जो मिलकर बुद्धि का निर्माण करते है।
बुद्धि और कुछ नहीं बल्कि कई तत्वों या कारकों के समूह से निर्मित है तथा प्रत्येक तत्व या कारक एक विशिष्ट क्षमता को प्रदर्शित करता है। ( बुद्धि का परमाणु सिद्धांत)
थार्नडाइक ने इस सिद्धांत की तुलना रेत के टीले से करते हुए कहा है की जिस प्रकार रेत के टीले में कणो की संख्या को गिना नहीं जा सकता है उसी प्रकार बुद्धि में भी असंख्य तत्त्व होते है। ( बुद्धि का रेत के टीले का सिद्धांत)
थार्नडाइक ने बुद्धि के तीन मुख्य प्रकार बताए है -
सामाजिक बुद्धिमत्ता (Social Intelligence)- समाज में रहकर व्यक्तियों को समझने तथा उनसे व्यवहार करने की क्षमता।
ठोस बुद्धिमत्ता (Concrete Intelligence)- यह व्यापार की कुशलता वैज्ञानिक विधियों अथवा उपकरणों को समझने तथा उन पर करने की क्षमता है जिसे यांत्रिक बुद्धि भी कहा जाता है।
सार बुद्धि (Abstract Intelligence)- यह विभिन्न प्रकार की मौखिक अथवा गणितीय विधियों तथा क्रियाओ को सीखने की क्षमता है।
थार्नडाइक ने बुद्धि के चार गुणों की भी चर्चा की है जो की स्तर (leval), सीमा (Range), क्षेत्र (Area) तथा गति (Speed) है।
गार्डनर का बहु प्रतिभा का सिद्धांत (Gardner's Theory of Multiple Intelligences)
बहु प्रतिभा का सिद्धांत लोगों तथा उनकी प्रतिभाओं के बारे में 1983 में हावर्ड गार्डनर द्वारा प्रतिपादित एक सिद्धांत है। इस सिद्धांत द्वारा गार्डनर ने बुद्धि की अवधारणा को IQ पर आधारित परंपरागत अवधारणा की तुलना में और अधिक शुद्धता से परिभाषित किया है। मानवीय क्षमता को व्यापक रूप में समझाने के लिए गार्डनर ने बुद्धि के सात आयामों के बारे में चर्चा की है।
ये सात आयाम निम्न प्रकार है -
भाषाई अथवा भाषात्मक बुद्धि (Linguistic)
तार्किक-गणितीय बुद्धि (Logical-Mathamatical)
शारीरिक गति बुद्धि (Bodily Kinesthetic)
संगीत बुद्धि (Musical)
स्थानिक बुद्धि (Spatial)
अंतर्वैयक्तिक बुद्धि (Interpersonal)
आन्तर्वैयक्तिक बुद्धि (Intrapersonal)
जहाँ बुद्धि के पहले दो प्रकारो को विद्यालयों में अधिक महत्व दिया जाता है वही अगले तीन प्रकार कला से जुड़े है तथा अंतिम दो व्यक्तिगत प्रतिभा (संवेगात्मक बुद्धि) से सम्बंधित है।
वीडियो ट्यूटोरियल
थार्नडाइक का बहुतत्व का सिद्धांत(Edward Thorndike's multifactor Theory of Intelligence)थार्नडाइक के अनुसार किसी भी व्यक्ति में बुद्धि के अनेक तत्त्व होते है जो मिलकर बुद्धि का निर्माण करते है।
बुद्धि और कुछ नहीं बल्कि कई तत्वों या कारकों के समूह से निर्मित है तथा प्रत्येक तत्व या कारक एक विशिष्ट क्षमता को प्रदर्शित करता है। ( बुद्धि का परमाणु सिद्धांत)
थार्नडाइक ने इस सिद्धांत की तुलना रेत के टीले से करते हुए कहा है की जिस प्रकार रेत के टीले में कणो की संख्या को गिना नहीं जा सकता है उसी प्रकार बुद्धि में भी असंख्य तत्त्व होते है। ( बुद्धि का रेत के टीले का सिद्धांत)
थार्नडाइक ने बुद्धि के तीन मुख्य प्रकार बताए है -
सामाजिक बुद्धिमत्ता (Social Intelligence)- समाज में रहकर व्यक्तियों को समझने तथा उनसे व्यवहार करने की क्षमता।
ठोस बुद्धिमत्ता (Concrete Intelligence)- यह व्यापार की कुशलता वैज्ञानिक विधियों अथवा उपकरणों को समझने तथा उन पर करने की क्षमता है जिसे यांत्रिक बुद्धि भी कहा जाता है।
सार बुद्धि (Abstract Intelligence)- यह विभिन्न प्रकार की मौखिक अथवा गणितीय विधियों तथा क्रियाओ को सीखने की क्षमता है।
थार्नडाइक ने बुद्धि के चार गुणों की भी चर्चा की है जो की स्तर (leval), सीमा (Range), क्षेत्र (Area) तथा गति (Speed) है।
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.