- 'जेम्स एज्युकेशन' के सहयोग से 5 व 6 अगस्त को देश के पहले 'फेस्टीवल आफ एज्यूकेशन' का आयोजन राजस्थान में किया गया। संयुक्त अरब अमीरात के युवा मंत्री शेख नहायन ने जयपुर में इसकी शुरूआत की।
- राजस्थान के शिक्षको के प्राशिक्षण के लिए जयपुर सहित राज्य के 12 स्थानो पर सिस्को के सहयोग से 'डिजिटल लर्निंग सोल्यूशन रूम' की स्थापना की गई है।
- शैक्षणिक विकास हेतु राजस्थान में ' ज्ञान संकल्प पोर्टल ' व ' मुख्यमंत्री विद्यादान कोष ' की स्थापना की गई है। इसका उद्देश्य राजकीय विद्यालयो की सहायता हेतु दानदाताओं से धन प्राप्त करना है।
- राजकीय विद्यालयो के 6 से 10 तक के बच्चो को कम्प्यूटर शिक्षा देने हेतु कम्प्यूटर लिट्रेसी इनिशियेटिव फॉर काम्प्रीहेंसिव नॉलेज ( क्लिक ) योजना शुरू की गई है।
वीडियो ट्यूटोरियल
- अपनी बेटी योजना के तहत जिला कलेक्टर द्वारा क्षेत्र की निर्धन असहाय बेटियो को गोद लेकर निशुल्क शिक्षा व सहयोग की व्यवस्था की जाती है।
- नई दिल्ली में दसवीं वर्ल्ड एज्यूकेशन सम्मिट के दौरान दुबई ने योग को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान के साथ समझौते की इच्छा जताई है।
- कौशल विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राजस्थान को लगातार तीसरी बार एसोचैम गोल्डन अवार्ड दिया गया है।
- नई दिल्ली में पांचवे इंटरनेशनल टूरिज्म कानक्लेव एंड ट्रेवल अवार्ड समारोह में राजस्थान को बेस्ट फेयर व फेस्टिवल श्रेणी का अवार्ड दिया गया है।
- बारां जिले की किशनगंज तहसील क्षेत्र में बहने वाली विलासी नदी में स्थित कन्यादह एक रमणीक स्थल है। यहा के अधिकतर हिन्दु मन्दिर भगवान बिष्णु व कृष्ण को समर्पित है।
- चुनावो में पारदर्शिता हेतु 2010 में वोटर वरिफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) मशीन का प्रयोग शुरु करने का विचार किया गया।निर्वाचन आयोग ने इसका प्रथम प्रयोग 2013 में नागालैण्ड उपचुनाव में किया। पारदर्शी खिडकी के माध्यम से मशीन पर पेपर पर्ची 7 सेकंड के लिए दिखाई देती है।
- सीकर में स्थित रामगढ़ शेखावाटी भारत का इकलौता शहर है जिसे सेठों ने बसाया था। इसकी स्थापना 1791 में की गई थी। सेठों की बनाई गई हवेलियों में सांवलका हवेली, पोद्दार हवेली, रूईया हवेली, गंगा मन्दिर, खेमका हनुमान मन्दिर व नटवर मन्दिर अपनी स्थापत्य कला व भित्ति चित्रों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। ये इमारतें चुने व पत्थर से निर्मित है तथा इन पर प्राकृतिक रंगो से राम दरबार, महाभारत, भागवत व विष्णु अवतार अंकित है।
- टोंक जिले में स्थित डिग्गी कल्याण जी का मन्दिर का निर्माण सोलहवीं शताब्दी के प्रारम्भिक वर्षों मे हुआ था। मंदिर में नवीं तथा दसवीं शताब्दी की प्रतिहार शैली की प्रतिमाएं है। यहां स्थापित प्रतिमा चतुर्भुज विष्णु की है।
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.